सुजीत ठमकेबुलेटिन की हेडलाइन्स और दबी सी मुस्कान टेलीविजन पर दिखाई दे तो समझ जाइए टेलीविजन का जाना-पहचाना चेहरा नवज्योत रंधवा है। वर्ष २००० के बाद खबरों की दुनिया पूरी तरह से बदली है। वर्ष २००० के पहले न्यूज़ चैनेलो में अवसर काफी कम थे। न्यूज़ चैनलों में करियर बनाना या यूँ कहे अवसर भी मिलना बड़ी चुनौती थी। उस दौर में न्यूज़ चैनलों में ग्लैमर, फेम, नेम तो था किन्तु पैसा नहीं था। अवसर भी कम थे। उस दौर में अगर कोई बेटा, बेटी अपने माँ – बाप को यह कहे कि वो न्यूज़ चैनलों में करियर बनाना चाहता / चाहती है तो माँ बाप दो टूक शब्दों में मना कर देते थे। दूरदर्शन में काम मिलने का मतलब बड़ी पैरवी। न्यूज़ का टाइम स्लॉट भी फिक्स्ड था। वर्ष २००० के बाद न्यूज़ चैनलों का दायरा ही बदला। निजी न्यूज़ चैनलों की दस्तक से खबरों के मायने ही बदल दिए। बड़े-बड़े कॉर्पोरेट उद्यमियो ने इस सेक्टर में आने के बाद टेलीविज़न न्यूज़ चैनलों की दुनिया ही बदली। तुलनात्मक आज न्यूज़ चैनल में काम मिलना बहुत आसान है। आज हमारे देश में न्यूज़ से जुड़े लगभग ४०० चैनल है। जिसमे हिंदी, अंग्रेजी, चैनल, बिज़नेस, लाइफस्टाइल आदि आदि बाजार में है। हर न्यूज़ चैनल को देखने वाला एक दर्शक है। हर एंकर को फॉलो करने वाला भी एक दर्शक है। न्यूज़ चैनलों की दुनिया में प्राइम टाइम बुलेटिन पढ़ने वाले एंकर हो। करेंट अफेयर्स प्रोग्राम को होस्ट कर रहे एंकर। डिबेट हो। इंटरव्यू बेस्ड प्रोग्राम हो। हार्ड टॉक। टॉक शो। राजनीति। मनोरंजन जगत। लाइफस्टाइल। सोशल इश्यू। बिज़नेस। विदेश नीति। आदि-आदि विषयो से जुड़े कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले टेलीविजन के कुछ चेहरे है जो दर्शको के बीच पैठ बनाये हुए है। नवज्योत रंधवा इन्ही नामो में से एक है ।
नवज्योत आज तक जैसे पुराने ब्रांड में रह चुकी है। नवज्योत को टेलीविजन की परिपक्व पत्रकार तो नहीं कहेंगे। किन्तु वो परफेक्ट न्यूज़ प्रेजेंटर जरूर है। खबर राजनीतिक उठापठक से जुडी हो, बॉलीवुड की गॉसिप, आतंकवाद, नक्सलवाद, संघ, लोकसभा या किसी राज्य के विधानसभा चुनाव, जम्मू- कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठी, आतंकी हमला, करेंट अफेयर्स, सामाजिक सरोकार, क्राइम जगत, लाइफ स्टाइल, या फिर किसी देश, दुनिया, प्रदेश से छनकर निकलने वाली ब्रेकिंग न्यूज़। रंधावा को हर खबर को पढ़ने का अंदाज निराला है। अद्भुत है।
नवज्योत टेलीविजन की परिपक्व पत्रकार नहीं है बावजूद एक बड़ा युवा तबका नवज्योत के ट्वीट को फॉलो करता है। न्यूज़ चैनलों के दर्शको में से कुछ ख़ास दर्शक है जो नवज्योत रंधवा के एंकरिंग के मुरीद है। न्यूज़ चैनल कोई भी हो। नेटवर्क कोई भी हो। प्राइम टाइम बुलेटिन में जाना पहचाना चेहरा नवज्योत रंधवा का चेहरा ना दिखाई दे तो दर्शक मायूस जरूर होते है। ब्रेकिंग न्यूज़ का फोन- इन हो। कोई घटना से जुडी पल पल की अपडेट। या फिर स्टूडियो में किसी गेस्ट को सवाल पूछने का तरिका। टेलीविजन की परिपक्व न्यूज़ प्रेजेंटर की सारी खूबियाँ नवज्योत रंधवा में है। इसीलिए न्यूज़ के दर्शको में ख़ास यूएसपी भी रखती है नवज्योत रंधवा।
सुजीत ठमके
Nice articel, I love your Hindi News. Thank You.
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